कर्म बन्ध वाक्य
उच्चारण: [ kerm bendh ]
उदाहरण वाक्य
- न ही शिष्य के कर्म बन्ध काटता है।
- अनेक जन्म सम्प्राप्त कर्म बन्ध विदाहिने।
- अजीव पुद्गल अर्थात शरीर रूप धारण करता है, जो कर्म बन्ध है।
- कर्म की डोर विचार से बंधी है चेक नहीं करोगे विचार को तो कर्म बन्ध में
- यहाँ इस बात का विवेचन किया गया है कि कौन सा कर्मबन्ध किस गुणस्थान और मार्गणा में संभव है अर्थात् कर्म बन्ध के स्वामी कौन से मार्गणास्थानवर्ती जीव हैं।
- यहाँ इस बात का विवेचन किया गया है कि कौन सा कर्मबन्ध किस गुणस्थान और मार्गणा में संभव है अर्थात् कर्म बन्ध के स्वामी कौन से मार्गणास्थानवर्ती जीव हैं।
- जैसे रहट में लगी मटकी (पानी की छोटी छोटी बाल्टियां) का एक ही काम होता है पानी कूएँ से खींच के लाना और उसे खाली करना ऐसे ही मैं आत्मा कर्म बन्ध से बंधी आवागमन के चक्कर में फंसी हुई थी।
- क्षेत्र, काल और अन्तर प्ररूपणाओं में जीव के क्षेत्र और काल सम्बन्धी जो परिवर्तन किए गए हैं वे विशेष बन्ध के कारण ही उत्पन्न हो सकते हैं इन सभी चूलिकाओं में कर्म बन्ध, कर्म बन्ध का अधिकारी जीव, कर्म का आबाधा काल, कर्मों की स्थिति, आत्मोत्क्रान्ति के लिए सम्यक्त्व की आवश्यकता, सम्यक्त्व उत्पत्ति का काल आदि का विस्तृत विवेचन है।
- क्षेत्र, काल और अन्तर प्ररूपणाओं में जीव के क्षेत्र और काल सम्बन्धी जो परिवर्तन किए गए हैं वे विशेष बन्ध के कारण ही उत्पन्न हो सकते हैं इन सभी चूलिकाओं में कर्म बन्ध, कर्म बन्ध का अधिकारी जीव, कर्म का आबाधा काल, कर्मों की स्थिति, आत्मोत्क्रान्ति के लिए सम्यक्त्व की आवश्यकता, सम्यक्त्व उत्पत्ति का काल आदि का विस्तृत विवेचन है।
- क्षेत्र, काल और अन्तर प्ररूपणाओं में जीव के क्षेत्र और काल सम्बन्धी जो परिवर्तन किए गए हैं वे विशेष बन्ध के कारण ही उत्पन्न हो सकते हैं इन सभी चूलिकाओं में कर्म बन्ध, कर्म बन्ध का अधिकारी जीव, कर्म का आबाधा काल, कर्मों की स्थिति, आत्मोत्क्रान्ति के लिए सम्यक्त्व की आवश्यकता, सम्यक्त्व उत्पत्ति का काल आदि का विस्तृत विवेचन है।
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